Saturday, June 16, 2018

आओ मिलकर साथ चले सिकलीगर सिख समाज को आगे बढ़ाये

वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह गुरु रूप प्यारी साद संगत जियो आज आप सभी से एक महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार रखूंगा मैं रविंद्र सिंह डांगी सिकलीगर सिख समाज का सेवक होने  के नाते आप सभी से अपने विचार साझा कर रहा हूं जो इस प्रकार हैं कि उत्तर प्रदेश में सिकलीगर सिख समाज जाति सूची में किसी भी श्रेणी में सम्मिलित नहीं है जैसे सामान्य वर्ग  अन्य पिछड़ा वर्ग ,अनुसूचित जाति, या अनुसूचित जनजाति किसी भी श्रेणी में सिकलीगर  समाज सम्मिलित नहीं है जबकि पूरे उत्तर प्रदेश में हमारी जनसंख्या लगभग 300000 के  आसपास है किंतु फिर भी प्रदेश में हमारे जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाते जिससे अनेकों समस्याएं समाज के लोगों के सामने प्रतिदिन आती हैं आपके सामने भी आती होंगी सिकलीगर समाज उत्तर प्रदेश में पिछले 70 वर्षों से जीवन व्यतीत कर रहा है किंतु फिर भी यहां की सरकारों के द्वारा सिकलीगर समाज की सुध नहीं ली गई कारण यह समाज काफी  पिछड़ गया है समाज के पास ना तो शिक्षा का कोई जरिया है ना रोजगार का कोई जरिया है ना ही सामाजिक स्थिति ठीक है ना ही आर्थिक स्थिति ठीक है सिकलीगर समाज का मुख्य रोजगार ताले चाबी बनाना कढ़ाई बनाना वह लोहे के सामान बनाकर  अपनी गुजर-बसर करता है सिकलीगर समाज को कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलती जैसे बुजुर्गों पेंशन हो या सरकारी आवास हो या बच्चों को स्कूल में वजीफा हो या एलपीजी सिलेंडर मिलना हो या घर में शौचालय का निर्माण हो सिकलीगर समाज को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पाता जिस कारण यह समाज खानाबदोश करने पर मजबूर है सभी योजनाओं में जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है I जिस कारण हमें सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता अतः सिकलीगर समाज के मेरे प्यारे बंधुओं अब हम सब को एकजुट होना होगा तभी हमारा यह कार्य हो सकता है संगठित होकर इस मांग को सरकार तक पहुंचाना है और हमें जन आंदोलन बनाना है सरकार को इस काम के करने के लिए हमें मजबूर करना है हम सब को संगठित होना होगा जिसके लिए जिसके लिए हमने उत्तर प्रदेश में सिकलीगर सिख समाज के लिए एक संगठन रजिस्टर्ड करवाया है जिसका नाम सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था है मुझे सभी भाइयों ने आपसी सहमति से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है जिसके लिए मैं समाज के सभी बंधुओं का ह्रदय की गहराई से धन्यवाद करता हूं और सभी को विश्वास दिलाता हूं कि जो जिम्मेदारी मुझे विश्वास के साथ सोपी  है उसे मैं पूरी ईमानदारी मेहनत लगन से पूरी करने का प्रयास करूंगा उत्तर प्रदेश के सिकलीगर समाज के सभी बंधुओं को आवाहन करता हूं कि कृपया हमारे साथ आइए हमारे संगठन के साथ जुड़िए कंधे से कंधा मिलाकर सिकलीगर समाज के लिए कार्य करने का प्रयास कीजिए जब हम सभी एकजुट होंगे तो सभी सरकार को हमारी मांगे माननी होंगी सभी भाइयों से निवेदन है कृपया हमारे साथ जुड़ने के लिये हमारे Facebook अकाउंट सिकलीगर सिख समाज ट्विटर अकाउंट सिकलीगर समाज या इंस्टाग्राम अकाउंट सिकलीगर सिख समाज से जुड़े  !

यूट्यूब अकाउंट SEMRAN TV को लाइक और सब्सक्राइब कर सकते हैं कॉल से संपर्क कर सकते हैं हमारा मोबाइल नंबर है  9999428922 है  हमारा साथ दीजिए क्योंकि यह किसी एक व्यक्ति के बस का कार्य नहीं है जब यह जन आंदोलन में तब्दील होगा प्रदेश के सभी भाई इस में हमारा साथ देंगे तभी हम सफल हो सकते हैं दोस्तों सिकलीगर जाति पूरे भारतवर्ष में में अनुसूचित जाति में सम्मिलित है जैसे हरियाणा में क्या पंजाब  में हिमाचल में दिल्ली में महाराष्ट्र में अनुसूचित जाति में सम्मिलित है अतः  में माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश आदित्यनाथ जी से विनम्र निवेदन करता हूँ  कि सिकलीगर समाज की समस्या को देखते हुए सिकलीगर जाति को उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति में सम्मलित करवाने  का प्रयास करें सिकलीगर समाज सदा आपका ऋणी रहेगा !


सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था 
                 व 
समस्त सिकलीगर सिख समाज उत्तर प्रदेश



Monday, June 11, 2018

आओ एक सफल पर्यास के भागीदार बने मिलकर साथ चले

SEMRAN TV

वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतहे 
 सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था (रजि.)





         वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतहे 

मेरे उत्तर प्रदेश के सिकलीगर सिख समाज के भाईओ जैसा की आप सभी जानते हो की पिछले 70 साल से हमारी जाती उत्तर प्रदेश में रजिस्टर नहीं हे जिस के करण हमारे समाज को पिछले 70 साल से कोई भी सरकारी सुबिधा नहीं मिल पाई हमारे समाज का हर वर्ग जैसे बुजर्ग हो , औरते हो ,युवा हो ,बच्चे हो  सभी हर सुबिधा से बंचित रहे हे परन्तु अबकी बार उत्तर प्रदेश में पहली बार कोई सिकलीगर सिखओ के हितो को बचाने बाली संस्था, सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था के नाम से रजिस्टर हुई  है  एक टीम बनी है जिस में पूरे उत्तर प्रदेश  से सिकलीगर सिख समाज के  व्यक्ति जुड़ते जा रहे है हमारा आप सभी उत्तर प्रदेश के सिकलीगर सिख समाज के भाईओ  से निवेदन है की सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था की टीम से जुड़े और समाज के हितो में अपनी भूमिका निभाये  !

एक विनती हम और करना चहाते हे अपने उत्तरप्रदेश के सिकलीगर सिख भइओ से  की वे (पर व्यक्ति ) अपनी एक एक सभी भाई विडियो बनाये जिस में आप सरकार से कहे की हमरी सिकलीगर सिख जाति उत्तरप्रदेश में रजिस्टर्ड करे आप का एक छोटा सा पर्यास सिकलीगर सिख  समाज की सभी समस्याओ को उत्तरप्रदेश में से तो खतम करेगा ही बल्की  समाज को एक नई  ऊचाई प्रदान करने में भी आप का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा !
हम से जुड़ने के लिए सम्पर्क करे !

Contact : 9999428922, 9350132310, 9639490303, 7011480174

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Friday, June 8, 2018

धन बाबा बन्दा सिंह बहादुर

                                                                                      9 जून/बलिदान-दिवस

                                                              बन्दा बैरागी का बलिदान ( धन बाबा बन्दा सिंह बहादुर)

बन्दा बैरागी का जन्म 27 अक्तूबर, 1670 को ग्राम तच्छल किला, पुंछ में श्री रामदेव के घर में हुआ। उनका बचपन का नाम लक्ष्मणदास था। युवावस्था में शिकार खेलते समय उन्होंने एक गर्भवती हिरणी पर तीर चला दिया। इससे उसके पेट से एक शिशु निकला और तड़पकर वहीं मर गया। यह देखकर उनका मन खिन्न हो गया। उन्होंने अपना नाम माधोदास रख लिया और घर छोड़कर तीर्थयात्रा पर चल दिये। अनेक साधुओं से योग साधना सीखी और फिर नान्देड़ में कुटिया बनाकर रहने लगे।

इसी दौरान गुरु गोविन्दसिंह जी माधोदास की कुटिया में आये। उनके चारों पुत्र बलिदान हो चुके थे। उन्होंने इस कठिन समय में माधोदास से वैराग्य छोड़कर देश में व्याप्त मुस्लिम आतंक से जूझने को कहा। इस भेंट से माधोदास का जीवन बदल गया। गुरुजी ने उसे बन्दा बहादुर नाम दिया। फिर पाँच तीर, एक निशान साहिब, एक नगाड़ा और एक हुक्मनामा देकर दोनों छोटे पुत्रों को दीवार में चिनवाने वाले सरहिन्द के नवाब से बदला लेने को कहा।

बन्दा हजारों सिख सैनिकों को साथ लेकर पंजाब की ओर चल दिये। उन्होंने सबसे पहले श्री गुरु तेगबहादुर जी का शीश काटने वाले जल्लाद जलालुद्दीन का सिर काटा। फिर सरहिन्द के नवाब वजीरखान का वध किया। जिन हिन्दू राजाओं ने मुगलों का साथ दिया था, बन्दा बहादुर ने उन्हें भी नहीं छोड़ा। इससे चारों ओर उनके नाम की धूम मच गयी।

उनके पराक्रम से भयभीत मुगलों ने दस लाख फौज लेकर उन पर हमला किया और विश्वासघात से 17 दिसम्बर, 1715 को उन्हें पकड़ लिया। उन्हें लोहे के एक पिंजड़े में बन्दकर, हाथी पर लादकर सड़क मार्ग से दिल्ली लाया गया। उनके साथ हजारों सिख भी कैद किये गये थे। इनमें बन्दा के वे 740 साथी भी थे, जो प्रारम्भ से ही उनके साथ थे। युद्ध में वीरगति पाए सिखों के सिर काटकर उन्हें भाले की नोक पर टाँगकर दिल्ली लाया गया। रास्ते भर गर्म चिमटों से बन्दा बैरागी का माँस नोचा जाता रहा।

काजियों ने बन्दा और उनके साथियों को मुसलमान बनने को कहा; पर सबने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। दिल्ली में आज जहाँ हार्डिंग लाइब्रेरी है,वहाँ 7 मार्च, 1716 से प्रतिदिन सौ वीरों की हत्या की जाने लगी। एक दरबारी मुहम्मद अमीन ने पूछा -तुमने ऐसे बुरे काम क्यों किये, जिससे तुम्हारी यह दुर्दशा हो रही है ?

बन्दा ने सीना फुलाकर सगर्व उत्तर दिया -मैं तो प्रजा के पीड़ितों को दण्ड देने के लिए परमपिता परमेश्वर के हाथ का शस्त्र था। क्या तुमने सुना नहीं कि जब संसार में दुष्टों की संख्या बढ़ जाती है, तो वह मेरे जैसे किसी सेवक को धरती पर भेजता है।

बन्दा से पूछा गया कि वे कैसी मौत मरना चाहते हैं ? बन्दा ने उत्तर दिया, मैं अब मौत से नहीं डरता; क्योंकि यह शरीर ही दुःख का मूल है। यह सुनकर सब ओर सन्नाटा छा गया। भयभीत करने के लिए उनके पाँच वर्षीय पुत्र अजय सिंह को उनकी गोद में लेटाकर बन्दा के हाथ में छुरा देकर उसको मारने को कहा गया।

बन्दा ने इससे इन्कार कर दिया। इस पर जल्लाद ने उस बच्चे के दो टुकड़ेकर उसके दिल का माँस बन्दा के मुँह में ठूँस दिया; पर वे तो इन सबसे ऊपर उठ चुके थे। गरम चिमटों से माँस नोचे जाने के कारण उनके शरीर में केवल हड्डियाँ शेष थी। फिर भी आठ जून, 1716 को उस वीर को हाथी से कुचलवा दिया गया। इस प्रकार बन्दा वीर बैरागी अपने नाम के तीनों शब्दों को सार्थक कर बलिपथ पर चल दिये।

धन बाबा बन्दा सिंह बहादुर
नमन उनकी अनमोल शहादत...
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 सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था आप सभी का हार्दिक स्वागत करती है

सम्पर्क सूत्र . 9999428922, 9350132310, 9639490303,             7011480174    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Thursday, June 7, 2018

SEMRAN TV

वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतहे 
 सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था (रजि.)





         वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतहे 

मेरे उत्तर प्रदेश के सिकलीगर सिख समाज के भाईओ जैसा की आप सभी जानते हो की पिछले 70 साल से हमारी जाती उत्तर प्रदेश में रजिस्टर नहीं हे जिस के करण हमारे समाज को पिछले 70 साल से कोई भी सरकारी सुबिधा नहीं मिल पाई हमारे समाज का हर वर्ग जैसे बुजर्ग हो , औरते हो ,युवा हो ,बच्चे हो  सभी हर सुबिधा से बंचित रहे हे परन्तु अबकी बार उत्तर प्रदेश में पहली बार कोई सिकलीगर सिखओ के हितो को बचाने बाली संस्था, सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था के नाम से रजिस्टर हुई  है  एक टीम बनी है जिस में पूरे उत्तर प्रदेश  से सिकलीगर सिख समाज के  व्यक्ति जुड़ते जा रहे है हमारा आप सभी उत्तर प्रदेश के सिकलीगर सिख समाज के भाईओ  से निवेदन है की सिकलीगर सिख समाज सेवा संस्था की टीम से जुड़े और समाज के हेतो में अपनी भूमिका निभाये  
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Contact : 9999428922, 9350132310, 9639490303, 7011480174 

Wednesday, June 6, 2018

SIKLIGAR SIKH SAMAJ SEVA SANSTHA REG.

Waheguru ji ka Khalsa
Waheguru jii ji ke fathe ji





   





Sikligar Sikh Samaj Seva Sanstha Reg.

भारत के सिकलीगर सिख समाज ने की पुलवामा में शहीद हुए परिवार वालो की आर्थिक मदद                              सिकलीगर सि...